कम्प्यूटर के विभिन्न उपयोगों का वर्णन कीजिए।

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कम्प्यूटर के उपयोग

उपयोगिता के कारण आज कम्प्यूटर मानव जीवन का अभिन्न अंग बन गया है । कार्य करने की त्वरितता, मेमोरी तथा लॉजिकल निर्णय लेने की क्षमता इस यंत्र के अत्याधिक प्रभावी गुण हैं। आज कम्प्यूटर का उपयोग हम नीचे लिखे क्षेत्रों में कर सकते हैं–

1. शिक्षा– जैसा कि हम जानते हैं कि कम्प्यूटर का आविष्कार मूलतः गणितीय समस्याओं के समाधान हेतु हआ था। इसलिए आज इसका सबसे अधिक उपयोग गणित, सांख्यिकी, अर्थशास्त्र जैसे जटिल विषयों को समझने या समझाने में किया जाता है। ” विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थी अपने शोध कार्यों में कम्प्यूटर का उपयोग करते हैं। स्कूलों में भी कम्प्यूटर एडेड लर्निंग आधारित सॉफ्टवेयर बाजार में उपलब्ध हैं, जिनमें कम्प्यूटर का उपयोग शिक्षक के पूरक के रूप में होता है। शिक्षण–संस्थाओं में छात्रों के व्यक्तिगत विवरण भी कम्प्यूटर की मेमोरी में स्टोर कर सकते हैं जिसे आवश्यकतानुसार वापस प्राप्त किया जा सकता है।

2. प्रशासन–प्रशासन के क्षेत्र में कम्प्यूटर का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। दफ्तरों में कर्मचारियों से संबंधित सूचनाओं को कम्प्यूटर में स्टोर करके आवश्यकतानुसार निकाला जा सकता है। पुलिस विभाग में अपराधों तथा अपराधियों के डाटा कम्प्यूटर में स्टोर किये जा सकते हैं। सभी लिखित कार्य भी आज कम्प्यूटर की मदद से किये जाते हैं।

3. डेस्ट टॉप पब्लिशिंग – समाचार पत्र, किताबें, निमंत्रण पत्र आदि सभी कार्य डेस्क टॉप पब्लिशिंग के अन्तर्गत आते हैं। परम्परागत तरीके से इन सभी की छपाई ब्लॉक प्रिटिंग प्रेस में बड़ी–बड़ी मशीनों के द्वारा किया जाता था। आज इन सभी कार्यों का आधुनिकीकरण हो गया है। छपाई के सभी कार्यों को कम्प्यूटर की मेमोरी में डाला जाता है फिर विभिन्न सॉफ्टवेयर्स की मदद से सुन्दर तथा सुसज्जित पृष्ठ तैयार किये जाते हैं। अन्त में ऑफसेट अथवा स्क्रीन प्रिटिंग तकनीक के द्वारा इन पृष्ठों की छपाई की जाती है।

4. संचार– किसी भी देश की आधुनिकता आज उसकी संचार व्यवस्था से लगाई जाती है। सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से आज की संचार व्यवस्था इतनी आसान हो गई है। कि विश्व के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से सम्पर्क करना अब सिर्फ कुछ बटन दबाने जितना दर है। ई–मेल संचार का ऐसा माध्यम है जिसमें कम्प्यटर की मदद से विश्व के किसी भी दसरे । कम्प्यूटर से सम्पर्क करके सूचना का आदान प्रदान किया जा सकता है तथा वह भी कम कीमत और बहुत कम समय में।

5. केड–केम– कम्प्यूटर एडेड डिजाइन एवं कम्प्यूटर एडेड मैन्यूफेक्चरिंग ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ कम्प्यूटर का उपयोग सर्वाधिक किया जाता है। इसके उपयोग से कार्य क्षमता, उत्पादन तथा गुणवत्ता में वृद्धि होती है। केड में इस्तेमाल किये जाने वाले विभिन्न सॉफ्टवेयर्स की मदद से आर्किटेक्चरल डिजाइन से लेकर इन्जीनियरिंग डिजाइन तक सभी तरह की ड्राइंग कम समय में और सही माप के साथ तैयार की जा सकती है। फैशन डिजाइनिंग में भी अब कम्प्यूटर की उपयोगिता प्रचुर मात्रा में होने लगी है। उत्पादन के क्षेत्र में भी कम्प्यूटर का योगदान काफी देखा जा सकता है। कई कारखानों में बड़ी–बड़ी मशीनों को कम्प्यूटर के द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।

6. ज्योतिष– ज्योतिष के क्षेत्र में आज कम्प्यूटर का अपना एक अलग स्थान है । जैसा कि अब यह माना जा चुका है कि ज्योतिष पंडितों का कोई तंत्र–मंत्र न होकर एक सम्पूर्ण विज्ञान है, कम्प्यूटर के क्षेत्र में भी अब ऐसे सॉफ्टवेयर मिलने लगे हैं जिनके द्वारा हम किसी व्यक्ति की जन्मतिथि,समय तथा जन्म स्थान फील्ड करके उसकी जन्म कुण्डली तैयार कर सकते हैं । जन्म कुण्डली का बारीकी से अध्ययन करके कम्प्यूटर कई तरह की भविष्यवाणियाँ करने में सक्षम है |

7. संगीत– संगीत के क्षेत्र में कम्प्यूटर का उपयोग आज आम बात है। पिछले कई वर्षों में बनी फिल्मों तथा पॉप एलबम को हम देखें तो पायेंगे कि संगीतकारों ने अपना संगीत कम्प्यूटर की मदद से ही तैयार किया है। सिर्फ एक कम्प्यूटर की मदद से हम किसी भी वाद्य यंत्र की ध्वनि पैदा कर सकते हैं एवं यही नहीं किस क्रम में यह ध्वनि उत्पन्न होगी, हम इस पर भी नियंत्रण कर सकते है।

8. इलेक्ट्रॉनिक मेल – मेल का मतलब होता है–डाक एवं यदि यह डाक कम्प्यूटर नेटवर्क की मदद से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजी जाए तो इसे हम इलेक्ट्रॉनिक मेलं कहते हैं । कागज रहित ऑफिस बनाने में ई–मेल का उपयोग एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे कागज तथा समय दोनों की बचत होती है ।

9. व्यापार एवं वाणिज्य – भारत में तो कम्प्यूटरीकृत व्यापार तथा वाणिज्य का आरम्भ ही हुआ है, लेकिन विश्व के कई विकसित देशों में यह प्रचलन बहुत पुराना है। ई–कॉमर्स कम्प्यूटर की ऐसी शाखा है, जिससे दो व्यापारिक संगठन आपस में या कोई व्यक्ति किसी विश्व बाजार से व्यापारिक लेन देन कर सकता है। अब तो विश्व के कई बैंकों ने ई–कॉमर्स का उपयोग अपना लिया है जिससे रुपये पैसों का लेन देन भी कम्प्यूटर की मदद से किया जा सकता है।

10. स्वास्थ्य – स्वास्थ्य संबंधी कार्यों में कम्प्यूटर पर आधारित कई यंत्र आज उपयोग हो रहे हैं। केट–स्केन, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी मीटर तथा रक्तचाप नापने हेतु काम आने वाली ये सभी मशीनें कम्प्यूटर नियंत्रित हैं । प्रयोगशालाओं में खून, मल, मूत्र इन सभी की जाँच हेतु कम्प्यूटरों का उपयोग होने लगा है। अब तो ऐसे भी सॉफ्टवेयर आने लगे हैं जिनमें रोगों के मुख्य लक्षणों को फीड करके उनके निदान संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

11. मनोरंजन– प्रतिदिन टी.वी. के विभिन्न चैनलों पर आने वाले सभी मनोरंजक कार्यक्रमों हेतु हमें कम्प्यूटर का आभार मानना ही पड़ेगा क्योंकि न सिर्फ इन कार्यक्रमों को बनाने वरन् उपग्रह के द्वारा विश्व के कोने–कोने में इन्हें प्रसारित करने में भी कम्प्यूटर का उपयोग होता है। मनोरंजन की दुनिया में कम्प्यूटर खेलों का अपना एक अलग ही स्थान है। आज जहाँ खेल के मैदान सिमटते जा रहे हैं वहीं सभी खेल कम्प्यूटर की एक डिस्क पर उपलब्ध है जिनका आनन्द हम अपने घर के कमरों में बैठे ले सकते हैं।

12. खगोलशास्त्र– सूर्य एवं चन्द्रमा की गतिविधियों की गणना, मौसम संबंधी पूर्वानुमान लगाना और ग्रहण का सही समय बतलाना आदि कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें हम मानव सम्यता के विकास के शुरू से ही कर रहे हैं। अब कम्प्यूटरों ने इस प्रकार की गणनाओं को एक नई दिशा दी है। कम्प्यूटर द्वारा किसी भी समय नक्षत्रों की सही स्थिति का अनुमान पल भर में लगाया जा सकता है । चन्द्रमा पर मानव की चहल कदमी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है तो कम्प्यूटर में इसका योगदान किसी भी अन्य वैज्ञानिक से कम नहीं है ।

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