भारत में उपस्थित सक्रिय वायरस के बारे में बताइए।

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भारत में इस समय सैकड़ों वायरस सक्रिय हैं। इनमें से सर्वाधिक सक्रिय वायरस को ढूँढ़ना या छाँटना आसान नहीं है लेकिन कुछ ऐसे वायरस हैं, जिनसे आपका सामना होना सम्भव है, वे इस प्रकार हैं–

एंटी इएक्सइ (ANTIEXE)– यह एक बेहद चतुर क्षेत्रीय वायरस है, जो फ्लॉपी सिस्टम एरिया को एक्सेस करने से फैलता है। उदाहरणार्थ–DIR कमांड को प्रयोग करते ही यह EXE फाइल को नुकसान पहुँचा देता है।

फार्म AA– यह महीने की एक निश्चित तारीख पर हार्ड डिस्क को नुकसान पहुँचाता है। किसी भी ‘की’ को दबाने से ध्वनि उत्पन्न करता है व अनर्गल संदेश प्रसारित करता है।

पेरिटी बूट (PARITY BOOT)– यह एक ऐसा वायरस है, जो यथार्थ में तो कोई नुकसान नहीं पहुंचाता पर PARITY CHECK संदेश प्रसारित करता है, साथ ही पीसी को लाकअप कर देता है।

टाइम बम (TIME BOMB)– यह भी एक खतरनाक वायरस है जो निश्चित तिथि पर हार्ड डिस्क को नुकसान पहुंचाता है तथा कम्प्यूटर को सुस्त कर देता है।

टी.एस.आर. (Terminate and Stay Resident)– यह कम्प्यू टर मैमोरी में रहने वाला प्रोग्राम है, जो अपने कारनामों को अस्थायी रूप से ठप करने में सक्षम होता है एवं जब मन हुआ स्वयं को सक्रिय कर सकता है।

एंटी–सीमोस (ANTI–CMOS)– यह संक्रमित फ्लॉपी के प्रयोग से फैलता है जो कम्प्यूटर के CMOS पर लिखता है, फ्लॉपी टाइप को बदल देता है तथा हार्ड डिस्क को विस्थापित कर देता है।

स्टिल्थ वायरस (STEALTH VIRUS)– यह एक ऐसा वायरस है जो जाँच को निष्फल कर देता है एवं इस तरह मासूम लगता है जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो, और जब तक इसका पता चलता है, सब कुछ स्वाह हो चुका होता है।

कांसेप्ट (CONCEPT) – यह शेयर्ड डाक्यूमेंटेशन व ई–मेल अटैचमेंट में फैलता है । यह नुकसानरहित होता है पर इसके भाई–बंधु हमेशा सक्रिय रहते हैं।

उदाहरणार्थ – वज्जू (WAZZU) शब्दों को पुनव्यवस्थित करता है, फॉरमेट संक्रमित फाइलों को खोलने पर हार्ड डिस्क को फॉरमेट कर देता है।

ट्रोजन (TROZON)– यह सर्वाधिक खतरनाक वायरस है–एक तरह से आस्तीन में छुपा साँप । यह अपने कार्य को ऐसा बताता है जैसे वह बहुत फायदेमंद अथवा दिलचस्प काम है लेकिन जब इसे संचालित किया जाता है तो नुकसान पहुंचाता है जैसे– हार्ड डिस्क पर प्रभाव डालना या FILEALLOCATION TABLE को मुश्किल कर देना।

एन वाई बी (N Y B)– यह एक सरल बूट क्षेत्रीय वायरस है जो संक्रमित फ्लॉपी से बूट करने पर हार्ड डिस्क एवं अन्य फ्लॉपी डिस्क में संक्रमित हो जाता है । यह हार्ड डिस्क बूट को नुकसान पहुंचाता है तथा सिस्टम को शुरू करने में बाधक बनता है।

वनहाफ मल्टीपरटाइल पॉलीमोर्फिक स्टिल्थ (Onehalf Multipartile– PolyMorphic stealh)– यह हार्ड डिस्क को धीरे धीरे नुकसान पहुंचाता है। संक्रमित फाइलों को खोलने पर डाटा को दोषमुक्त बना देता है तथा जब हार्ड डिस्क आधी दोषपूर्ण हो जाती है तो This is one half संदेश प्रसारित करता है।

रिपर (RIPPER)– यह एक शरारती विषाणु है, जो धीरे–धीरे आपकी हार्ड डिस्क को भ्रष्ट कर देता है । इसकी भ्रष्ट क्रिया धीमी होती है। जब तक कोई गंभीर खतरा उत्पन्न नहीं होता, तब तक इसको जानना सरल नहीं है।

स्टोंड एंपायर मंकी (Stoned Empire Monkcy)– यह वायरस हार्ड डिस्क पार्टीशन टेबलों को संकुचित कर देता है। पूर्ण लक्षण तो साफ नहीं होते लेकिन ऐसा प्रतीत होता है जैसे आपने सारा डाटा खो दिया है ।

मल्टीपारटिट वायरस (Mulpartite Virus)– यह विभिन्न माध्यमों के द्वारा एम्पीक्यूटेबलों व एम.बी.आर. को संक्रमित कर देता है।

पॉलीमार्फिक वायरस (PolyMorphic Virus)– इस वायरस के अन्दर अपनी आवृत्ति से पूर्व अपने कोड के रूपांतर की (Polymorphic Virus) क्षमता होती है ।

इसके अलावा कुछ अन्य वायरस भी प्रमुखता से पाये जाते हैं–

Stone Virus, Mappy Virus Birthday Joshi, Jenusalem, Dark–Avenger, Die Hard 2/3, Monkey, Da–Boys.

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