विंडोज की संरचना का वर्णन कीजिये।

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विण्डोज संरचना

ग्राफिकल यूजर इन्टरफेस में प्रदर्शित विण्डो अपने कार्य तथा अनुप्रयोगों के आधार पर दो तरह की होती है :

शैक्षिक तकनीकी तथा ICT / 101

– एप्लीकेशन विण्डो

– डॉक्यूमेंट विण्डो

चित्र 1 : विण्डो के प्रकार

एप्लीकेशन विण्डो किसी भी एप्लीकेशन प्रोग्राम को शुरू करने पर प्रदर्शित उसकी मुख्य विण्डो होती है। यह एप्लीकेशन प्रोग्राम में लागू किये जाने वाले सभी निर्देशों को प्रस्तुत करती है तथा एप्लीकेशन प्रोग्राम का केन्द्र होती है, इसलिए इसे ‘प्रोग्राम विण्डो’ भी कहते हैं।

डॉक्यूमेंट विण्डो किसी एप्लीकेशन विण्डो में प्रदर्शित होने वाली विण्डो होती है। एप्लीकेशन विण्डो में से जब किसी फाइल को खोलते हैं तो वह इसकी डाक्यूमेंट विण्डो में प्रदर्शित होती है । डाक्यूमेंट विण्डो, एप्लीकेशन विण्डो से पैदा विण्डो होती है। अतः डाक्यूमेंट विण्डो स्वतंत्र रूप से अर्थात् एप्लीकेशन विण्डो के अभाव में प्रदर्शित नहीं हो सकती है। एप्लीकेशन विण्डो में एप्लीकेशन प्रोग्राम के सभी अवयव होते हैं जिनका उपयोग इसकी सभी डाक्यूमेंट विण्डोज में किया जा सकता है जबकि डाक्यूमेंट विण्डो के सभी अवयव सिर्फ उसमें प्रदर्शित फाइल पर ही लागू किये जा सकते हैं। उदाहरणार्थ, एम.एस. वर्ड की एप्लीकेशन विण्डो में सभी कमाण्डों हेतु प्रतीक बटन और मेन्यू इसमें खुलने वाली सभी फाइलों पर लागू किये जा सकते हैं जबकि हर फाइल एक अलग डाक्यूमेंट फाइल में खुलती है।

एप्लीकेशन विण्डो के विभिन्न तत्व

हम जानते हैं कि एप्लीकेशन प्रोग्राम के सभी अनुप्रयोग एप्लीकेशन विण्डो में उपलब्ध रहते हैं। एप्लीकेशन विण्डो में प्राय: निम्न तत्व होते हैं :

टाइटल बार– यह विण्डो की ऊपरी पट्टिका होती है जिसमें एप्लीकेशन प्रोग्राम का नाम प्रदर्शित होता है । इसके अतिरिक्त टाइटल बार के अन्य उपयोग भी हैं जैसे–जो एप्लीकेशन प्रोग्राम सक्रिय है उसकी टाइटल बार अन्य एप्लीकेशन विण्डो की अपेक्षा गहरे रंग में दिखाई देती है। टाइटल बार पर माउस पांइटर स्थित करके डबल क्लिक करने पर एप्लीकेशन विण्डो सम्पूर्ण स्क्रीन पर मैक्सीमाइज रूप में प्रदर्शित होती है।

टाइटल बार के बायें कोने पर प्रदर्शित एप्लीकेशन प्रोग्राम के चिन्ह को कंट्रोल मेन्यू कहते हैं। यह एप्लीकेशन प्रोग्राम से संबंधित निर्देशों को पेश करता है; जैसे– Close, Maximize, Minimize आदि । पॉइंटर को कन्ट्रोल मेन्यू पर ले जाकर माउस से डबल क्लिक करने पर एप्लीकेशन विण्डो बन्द की जा सकती है।

मेन्यू बार– एप्लीकेशन विण्डो में इसके प्रोग्राम से संबंधित विभिन्न निर्देशों को प्रस्तुत करने हेतु विभिन्न मेन्यू प्रदर्शित करने वाली पट्टिका मेन्यू बार कहलाती है । इसमें विभिन्न शीर्षकों वाले मेन्यू उपस्थित होते हैं; जैसे–File, Edit, View आदि । किसी भी मेन्यू को क्लिक करने पर उसमें उपस्थित निर्देशों की सूची खुलती है जिन्हें हम आवश्यकतानुसार क्लिक करके क्रियान्वित करते हैं। मेन्यू बार में उपस्थित हर मेन्यू का नाम उसमें उपस्थित निर्देशों के आधार पर होता है; जैसे–File मेन्यू में फाइल से संबंधित निर्देश उपलब्ध होते हैं । जैसे–New, Open, Save इत्यादि।

मिनीमाइज, मैक्सीमाइज और क्लोज बटन–विण्डो के टाइटल बार की दायीं ओर के तीन बटन, क्रमशः मिनीमाइज, मैक्सीमाइज तथा क्लोज बटन होते हैं।

इन बटनों के निम्नलिखित कार्य होते हैं :

– मिनीमाइज बटन– इस बटन पर क्लिक करने के पश्चात् यह विण्डो को छोटे रूप (आइकन) में टास्क बार पर स्थित कर देता है।

– मैक्सीमाइज और रिस्टोर बटर– इस स्थान पर यह बटन अपने दो रूप में होते हैं–मैक्सीमाइज एवं रिस्टोर बटन । इस बटन पर एक बार क्लिक करने पर विण्डो अपने अधिकतम आकार में आ जाता है तथा पूरे डेस्कटॉप पर छा जाता है और दोबारा जब हम इसी बटन पर क्लिक करते हैं तो यह अपनी पूर्वावस्था वाले आकार में आ जाता है।

क्लोज बटन– इस बटन पर हम क्लिक करके किसी प्रोग्राम, डॉक्यूमेन्ट अथवा फोल्डर को सीधे बन्द कर सकते हैं।

बॉर्डर तथा कॉर्नर– किसी भी विण्डो की चारों तरफ की सीमा एवं कोने विण्डो के आकार को परिवर्तित करने के लिये उपयोगी रहते हैं । जब हम किसी विण्डो के कॉर्नर अथवा बॉर्डर पर माउस पॉइंटर को स्थित करते हैं तो इसका स्वरूप द्विमुखी हो जाता है। जब इसका स्वरूप द्विमुखी हो जाये तब इसे खींच कर विण्डो का आकार परिवर्तित किया जा सकता है।

स्क्रॉल बार– ग्राफिकल यूजर इन्टरफेस में किसी भी सूचना को प्रदर्शित करने हेतु विण्डो प्रस्तुत होती है पर यह आवश्यक नहीं है कि प्रदर्शित सम्पूर्ण सूचना एक विण्डो में दिखाई जा सके, अतः विण्डो के दायीं तरफ निचली सीमा पर दो पट्टिकाएँ होती हैं जिनसे विण्डो में उपस्थित वे सूचनाएं या अवयव, जो विण्डो में प्रदर्शित नहीं हो पा रहे हैं, देखे जा सकते हैं।

स्क्रॉल बार दो तरह की होती हैं :

(अ) उदग्र स्क्रॉल बार– यह विण्डो के अदृश्य ऊपरी एवं निचले अवयवों को खिसकाकर दिखाने का कार्य करती है।

(ब) क्षैतिज स्क्रॉल बार– यह विण्डो के अदृश्य दायें और बायें अवयवों को खिसकाकर दिखाने का कार्य करती है।

विण्डो आइकन– प्रत्येक विण्डो में उस विण्डो से संबंधित प्रोग्राम तथा डाटा को व्यक्त करने वाले जो प्रतीक उपस्थित होते हैं उन्हें आइकन कहते हैं। आइकन पर माउस पॉइंटर स्थित करके सिंगल अथवा डबल क्लिक किया जाता है।

आइकनों के कुछ मानक चिन्ह भी होते हैं; जैसे–

(अ) फोल्डर आइकन– यह यूजर द्वारा तैयार किये गये फोल्डर के लिये प्रदर्शित होता है।

(ब) प्रोग्राम फाइल आइकन– यह आइकन किसी भी एप्लीकेशन प्रोग्राम को व्यक्त करता है । इन पर डबल क्लिक करके हम इन्हें शुरू कर सकते हैं । इन आइकनों के साथ सम्बद्ध प्रोग्राम का लोगो और उसका नाम प्रदर्शित होता है । अतः लोगो द्वारा प्रोग्राम की पहचान आसानी से हो जाती है।

(स) सिस्टम आइकन– स्क्रीन के बायीं तरफ सिस्टम आइकन होते हैं । यह आइकन विण्डोज के द्वारा स्वतः ही बन जाते हैं। सिस्टम आइकन निम्न हैं–

(i) माई कम्प्यूटर– यह कम्प्यूटर पर उपस्थित आपके सारे ड्राइवों तथा दूसरे संसाधनों को उपयोग करने देता है। जैसे C ड्राइव में उपलब्ध फाइलों तथा फोल्डरों की जानकारी यहाँ से हो सकती है।

(ii) माई डॉक्यूमेन्ट्स– इस आइकन पर दो बार क्लिक करके आप माई डाक्यूमेन्ट्स नामक फोल्डर के भीतर फाइलों का उपयोग कर सकते हैं।

(iii) इन्टरनेट इक्सप्लोरर– यह विण्डोज का इन्टरनेट ब्राउजर सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से आप इन्टरनेट की सुविधाएँ प्राप्त कर सकते हैं।

(iv) रिसायकल बिन– फाइल अथवा फोल्डर जब आप मिटाते हैं तो यह यहाँ आकर जमा रहता है जिसे आप या तो स्थायी रूप से मिटा सकते हैं अथवा इसको दोबारा संगृहीत करके इसका उपयोग कर सकते हैं।

(v) नेटवर्क नेबरहुड– इसका प्रयोग पूरे नेटवर्क पर साझा किये गये ड्राइव, फोल्डर एवं दूसरे संसाधनों को स्वच्छंद करने के लिए होता है।

(द) शॉर्टकट आइकन–शॉर्टकट आइकन का उपयोग हम अपने आवश्यकतानुसार एप्लीकेशन प्रोग्रामों को कम समय में क्रियान्वित करने हेतु करते हैं। इसका प्रयोग विण्डोज को सिर्फ किसी विशेष प्रोग्राम का पाथ बताने हेतु किया जाता है । अत: याद रहे अगर वह प्रोग्राम मिटा दिया गया हो तो शॉर्टकट आइकन की उपयोगिता नहीं रह जाती।

(य) आइकन बटन–ऐसे आइकन जो पुशबटन के रूप में टास्क बार पर स्थित होते हैं, आइकन बटन कहलाते हैं। जब हम किसी विण्डो को मिनीमाइज करते हैं तो यह एक आइकन बटन के रूप में टास्क बार पर स्थित हो जाती है। यह आइकन बटन विण्डो के प्रोग्राम के लोगो, प्रोग्राम के नाम तथा फाइल के नाम को प्रदर्शित करता है। यह एक विशेष आइकन है जिसे सिंगल क्लिक करने पर संबंधित विण्डो मेक्सीमाइज आकार में प्रदर्शित हो जाती है।

डायलॉग बॉक्स और इसके आयटम–विण्डोज प्रोग्रामों में डायलॉग बॉक्स एक ऐसा साधन है जिसमें किसी कमाण्ड अथवा क्रिया के लिये यूजर इच्छित विकल्प चुनता है । जैसे–फाइल को खोलने हेतु प्रत्येक प्रोग्राम एक Open नाम का डायलांग बॉक्स प्रस्तुत करता है। इसमें फाइल का नाम चुनकर (Open बटन पर क्लिक करने पर फाइल खुल जाती है ।

प्रत्येक डायलॉग बॉक्स विकल्पों हेतु विभिन्न आइटम प्रदर्शित करता है; जैसे–टेक्स्ट बॉक्स, लिस्ट बॉक्स, पुश बटन, चेक बॉक्स, रेडियो बटन, स्पिनर आदि ।

डायलॉग बॉक्स के आइटम निम्न हैं–

(i) टेस्क्ट बॉक्स– यह एक ऐसा बॉक्स होता है जिसमें कोई टैक्स्ट की–बोर्ड से टाइप किया जा सकता है। जैसे File name टेक्स्ट बॉक्स में फाइल का नाम की–बोर्ड द्वारा टाइप किया जाता है।

(ii) लिस्ट बॉक्स– अनेक विकल्पों की सूची–युक्त बॉक्स को लिस्ट बॉक्स कहते हैं। लिस्ट बॉक्स में दायें अथवा नीचे स्क्रॉल बार से विकल्पों को स्क्रॉल किया जा सकता है। जैसे–फोल्डरों या फाइलों के लिए लिस्ट बॉक्स में फोल्डरों तथा फाइलों के नाम प्रदर्शित होते हैं, जबकि फॉण्ट लिस्ट बॉक्स में विभिन्न फॉण्ट के नाम प्रदर्शित होते हैं।

(iii) पुश बटन– वे प्रतीक जिन्हें क्लिक करने पर किसी कमाण्ड अथवा डायलॉग बॉक्स के कार्य को सम्पन्न किया जाता है, पुश बटन कहलाते हैं, जैसे– Open डायलॉग बॉक्स में Open पुश बटन से Open कमाण्ड कार्यान्वित होता है।

(iv) चेक बॉक्स– ये वर्गाकार प्रतीक होते हैं जिन्हें चयन करने पर / का चिन्ह प्रदर्शित होता है। ये किसी विकल्प को ऑन या ऑफ करते हैं। इन आइटमों पर अगर एक बार क्लिक किया जाये तो ये ऑन हो जाते हैं और यदि पुनः क्लिक किया जाये तो ये ऑफ हो जाते हैं । अतः ये टोगल आइटम कहलाते हैं।

(v) रेडियो बटन– ये ऐसे वृत्ताकार प्रतीक हैं जिन्हें क्लिक करने पर इनके केन्द्र में एक डॉट () प्रदर्शित होता है। ये सदैव अनके विकल्पों के एक समूह के रूप में प्रदर्शित होते हैं जिनमें से एक बार में एक ही विकल्प चुना जा सकता है।

(vi) स्पिनर बॉक्स– ये ऐसे टेक्स्ट बॉक्स हैं जिनमें दायीं तरफ तीर के चिन्ह होते हैं। इनमें दायीं तरफ के दो तीर के चिन्हों पर क्लिक करने से टैस्क्ट बॉक्स में लिखित संख्या में क्रमशः वृद्धि तथा कमी की जा सकती है।

(vii) ड्रॉप डाउन लिस्ट बॉक्स अथवा कौम्बो बॉक्स : ये विशेष तरह के बॉक्स होते हैं जिनके विकल्पों की सूची इनके दायीं तरफ लगे तीर के चिन्ह पर क्लिक करने से प्रदर्शित होती है एवं यह लिस्ट बॉक्स का रूप धारण कर लेते हैं ।

डेस्कटॉप– जब हमारे कम्प्यूटर पर विण्डोज ऑपरेटिंग सिस्टम हो, तथा हम कम्प्यूटर को चालू करें तो जो विण्डो हमें पहली बार दिखाई पड़ती है, उसे डेस्कटॉप कहते हैं इस पर विभिन्न तरह के सॉफ्टवेयर स्थित होते हैं। जैसे–My Computer, My Document, Recycle Bin, Internet Explorer, Network Neighbourhood आदि । इन सभी सॉफ्टवेयर के साथ इनके आइकन होते हैं। इन सॉफ्टवेयर को खोलने के लिए इनके आइकन पर दो बार क्लिक करते हैं। हम चाहें तो किसी भी प्रोग्राम को डेस्कटॉप पर ला सकते हैं।

टास्क बार– विण्डोज डेस्कटॉप पर सबसे नीचे एक क्षैतिज पट्टिका होता है जिसे हम टाक्स बार कहते हैं । इसे हम टास्क बार इसलिए कहते हैं क्योंकि किसी भी प्रोग्राम के क्रियान्वयन की शुरूआत से लेकर कम्प्यूटर को बंद करना, पुनः शुरू करना जैसी गतिविधियाँ इस टास्क बार के माध्यम से ही सम्पन्न होती हैं । इस टास्क बार के बांये कोने पर एक Start बटन होता है एवं दायी तरफ सिस्टम घड़ी प्रदर्शित होती है जो आपको कम्प्यूटर पर कार्य करने के दौरान समय बताता है । प्रोग्राम विण्डोज मिनीमाइज होने के बाद इस टास्क बार पर ही स्थित होते हैं ।

स्टार्ट मेन्यू– Start मेन्यू टास्क बार के बिल्कुल बायीं तरफ स्थित होता है। यह विण्डोज का अत्यन्त महत्वपूर्ण कमाण्ड होता है जिसके भीतर कई महत्वपूर्ण मेन्यू स्थित होते हैं। किसी प्रोग्राम अथवा डॉक्यूमेन्ट को खोलना, सिस्टम से संबंधित सेटिंग करना अथवा पहले से सेटिंग में बदलाव करना, कम्प्यूटर को लॉग–ऑफ करना, पुन: शुरू करना जैसे महत्वपूर्ण कार्य इस बटन की मदद से किये जाते हैं । इस बटन के माध्यम से आप विण्डोज से संबंधित मदद भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें Run कमाण्ड किसी विशेष प्रोग्राम को सीधे–सीधे कार्यान्वित करने में हमारी मदद करता है । Find मेन्यू की मदद से आप विण्डोज में उपलब्ध फाइलों तथा अन्य संसाधनों को आसानी से ढूँढ सकते हैं।

माई कम्प्यूटर– माई कम्प्यूटर की मदद से आप कम्प्यूटर पर उपस्थित संसाधनों जैसे ड्राइव पर उपस्थित फाइलों फोल्डरों, प्रिन्टर इत्यादि का उपयोग सरलता से कर सकते है। यह एक आइकन के रूप में डेस्कटॉप पर उपस्थित होता है जिसे दो–बार क्लिक करने पर चित्र 3 की भाँति माई कम्प्यूटर विण्डो प्रदर्शित होता है।

रिसायकल बिन– रिसायकल बिन एक तरह से अस्थायी रूप से मिटाये गये फाइलों तथा फोल्डरों का संग्रहक है। फाइल जो हम डेस्कटॉप या अन्य किसी स्थान से मिटाते हैं वह वस्तुतः उस स्थान से स्थानांतरित होकर रिसायकल बिन में संग्रहीत होती है। यहा से हम इच्छानुसार उन फाइलों तथा फोल्डरों को स्थायी रूप से मिटा सकते या फिर वापस उसी स्थान पर भेज सकते हैं जहाँ से यह मिटायी गयी थी। रिसायकल बिन का आइकन डेस्टकाप पर उपलब्ध होता है जिसको दो बार क्लिक करने पर रिसायकल बिन विण्डो चित्र 4 का भात प्रदर्शित होता है।

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