संचार में सामाजिक मीडिया की भूमिका के बारे में लिखिए।

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सामाजिक मीडिया को परिभाषित करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका इसे हिस्सों में बाँटना है। मीडिया एक समाचार पत्र या एक रेडियो की तरह संचार का एक उपकरण है अतः सामाजिक मीडिया संचार का एक सामाजिक उपकरण होगा। सामाजिक मीडिया वह सामूहिक शब्दावली है जो कॉमन तौर पर उन वेबसाइटों तथा वेब एप्लीकेशनों को दिया जाता है जिन्हें ऑनलाइन विचार विमर्श, वाद–विवाद तथा सूचना को साझा करने के लिए प्रयोग किया जाता है। सबसे कॉमन प्रकार है : सामाजिक नेटवर्किंग ब्लॉग्स, माइक्रो–ब्लॉगिंग, अंतर्वस्तु, समुदाय, फेसबुक, दिवटर, लिकेडिन, यूट्यूब, फ्लिकर तथा विकीपीडिया आदि ।

सामाजिक मीडिया एक ऐसी वेबसाइट होता है जो आपको सिर्फ सूचना नहीं देता बल्कि आपको बह सूचना देते हुए, आपके साथ अंतक्रिया करता है । यह अंतक्रिया उतना सरल हो सकता है जैसे आपकी टिप्पणियों के लिए कहना या आपको एक लेख पर मत देने देना या यह उतना जटिल हो सकता है, जैसे फ्लिक्सस्टर द्वारा समान रुचियों के अन्य लोगों की रेटिंगों के आधार पर आपको फिल्मों की अनुशंसा करना । नियमित मीडिया को एक एकमार्गीय सड़क के रूप में सोचो जहाँ आप एक समाचार–पत्र पढ़ सकते हों या टेलीविजन पर एक रिपोर्ट को सुन सकते हो लेकिन आपके पास मामले पर आपके विचार देने के लिए बहुत सीमित क्षमता होती है। दूसरी तरफ, सामाजिक मीडिया एक दो मार्गीय सड़क होती है जो आपको संचार करने की क्षमता भी देती है।

क्योंकि सामाजिक मीडिया एक इतनी विस्तृत शब्दावली है, अतः यह वेबसाइटों की एक विशाल रेंज को कवर करता है। लेकिन इन वेबसाइटों के बीच में एक कॉमन लिंक यह है कि व्यक्ति वेबसाइट के साथ भी अंतक्रिया कर पाता है तथा अन्य विजिटरों के साथ भी अंतक्रिया कर पाता है।

सामाजिक मीडिया के 5Cs

सामाजिक मीडिया के 5C को नीचे दिया गया है:

(1) कन्वर्सेशन : संचार अब एक मार्गीय बॉडकास्ट नहीं रहता या किसी तरह एक निष्क्रिय श्रोतागणों को नहीं भेजा जाता । सामाजिक मीडिया कम से कम एक दो मार्गीय वार्तालाप है तथा प्रायः एक बहुआयामी वार्तालाप होता है। सामाजिक मीडिया हर किसी को व्यस्त रखता है, जो शामिल होता है।

(2) कन्ट्रीब्यूशन : सामाजिक मीडिया हर किसी से, जो रुचि रखता है, योगदानों के साथ प्रतिक्रियाओं को प्रोत्साहित करता है। यहाँ कुंजी ‘प्रोत्साहन’ है,सामाजिक मीडिया योगदान करना बहुत आसान बनाकर एक अंतक्रिया को आमंत्रित करता है, भले ही वह सकारात्मक हो या नकारात्मक।

(3) कोलोबरेशन : सामाजिक मीडिया भागिता को आमंत्रित करके,आपके एवं आपके श्रोतागणों के बीच तथा श्रोतागण सदस्यों के बीच सूचना के विनिमय को संवर्धित करता है। … एक तीन तथा आसान सहयोग मंच निर्मित करने के लिए जरूरी है कि सूचना को संगठित किया जाए तथा बड़ी आसानी से वितरित किया जाए।

(4) कनेक्शन : इंटरनेट पर सूचना को एक्सेस करने के लिए सिर्फ एक क्लिक की जरूरत होती है। सामाजिक मीडिया इसके स्वयं के वेब वाहनों के भीतर तथा लिंकों के द्वारा अन्य साइटों,संसाधनों,लोगों तथा ऑटोमेटिक फीडों तक कनेक्शनों पर जिंदा रहता है। लोग कनेक्शनों की उनकी स्वयं की पर्सनलाइज्ड साइट भी निर्मित कर सकते हैं।

(5) कम्युनिटी : सामाजिक मीडिया की मूलभूत विशेषता समुदाय का निर्माण है, दूसरों के साथ फेलोशिप तथा संबंध जो कॉमन मनोवृत्तियों, रुचियों तथा लक्ष्यों को साझा करते हैं (जैसे मित्रता, पेशेवरीकरण, राजनीति तथा फोटोग्राफी) समुदाय जल्दी से निर्मित होते हैं तथा बहुत प्रभावी ढंग से संचार करते हैं। समुदाय सदस्यों से होस्टिंग संगठन तक एवं सदस्यों के बीच ख्याति को निर्मित करते हैं। हालांकि ये समुदाय सिर्फ वर्चुअल होते हैं, जिसमें सदस्य एक दूसरे से व्यक्तिगत तौर पर शायद ही कभी मिलते हैं, लेकिन वे उन भौतिक समुदायों से कम तगड़े नहीं होते, जिनमें हम रहते हैं तथा कई तरीकों में इस सरल तथ्य के कारण, बहुत ज्यादा तगड़े होते हैं कि प्रतिबंध हट जाते हैं।

सामाजिक मीडिया के औजार

सामाजिक संचार के मीडिया/ औजार निम्न प्रकार होते हैं:

(1) ब्लॉग्स

ब्लॉग्स वेबलॉग का एक परिवर्णी संस्करण है,जो एक ऐसी शब्दावली है, जिसे उन वेबसाइटों का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है जो सूचना के एक निर्बाध क्रमबद्ध लेखे को अनुरक्षित करती है। एक ब्लॉक में डायरी–तरह की कामेंट्री एवं अन्य वेबसाइटों पर लेखों से लिंकों का लक्षण होता है जिसे प्रायः एक विपरीत कालानुसार क्रम में प्रविष्टियों की एक सूची के रूप में पेश किया जाता है | ब्लॉकों की रेंज व्यक्तिगत से राजनीतिक तक होती है एवं ये एक संकचित विषय या विषयों की पूरी विविधता पर फोकस कर सकते हैं।

कई ब्लॉग्स एक विशिष्ट शीर्षक पर फोकस करते हैं जैसे वेब डिजाइन, खेल या मोबाइल तकनीकी। कुछ ज्यादा बहुल स्रोतीय होते हैं, जो सभी प्रकार की अन्य साइटों को लिक्स पेश करते हैं। तथा अन्य लेखक के प्रतिदिन के जीवन तथा विचारों को पेश करते हुए, बहुत कुछ व्यक्तिगत जर्नलों की तरह होते हैं।

ब्लॉग्स के लाभ

एक ब्लॉग के प्रमुख लाभ नीचे दिये गये हैं:

(1) दोस्तों के साथ जुड़ना : बंद यूजर समूहों के लिए कई ब्लॉग्स हैं जहाँ वे उनके खुद के समूह निर्मित कर सकते हैं। शीर्षक को तय कर लिया जाता है एवं तब एक यूजर द्वारा ब्लॉगों को पोस्ट किया जाता है एवं तब अन्य यूजर्स, उस समूह में अन्य सभी सदस्यों के साथ उनके विचारों एवं अनुभवों को साझा करने के लिए, उन विचारों पर टिप्पणी करते हैं।

(2) राजनीतिक ब्लॉग : व्यक्ति वर्तमान राजनीतिक मुद्दों के संबंध में विचारों को साझा कर सकता है, सरकार की किसी नीति के विरुद्ध विरोध कर सकता है या किन्हीं सकारात्मक परिवर्तनों या ऐसी सभी चीजों के बारे में प्रशंसा कर सकता है।

(3) व्यावसायिक ब्लॉक : व्यक्ति व्यवसाय,एक कंपनी द्वारा प्रस्तावित विविध प्रस्तावों तथा प्रस्तावित उत्पाद एवं सेवाओं के बारे में भी बातचीत कर सकता है। साथ ही वह क्लाइंटों द्वारा उठाए गए प्रश्नों को हल कर सकता है तथा यूजर्स से सुझावों की उम्मीद भी कर सकता है। यह यूजर्स को प्रतियोगी व्यवसाय में अन्य सभी उत्पादों एवं इसे देख रहे ग्राहकों से जुड़ना संभव करेगा।

(4) खेल ब्लॉग : लोग वर्तमान खेल प्रतियोगिताओं तथा उनके चहेते खिलाड़ियों के बारे में ब्लॉक कर सकते हैं तथा किसी खेल या खिलाड़ी के बारे में कॉल या मत दे सकते हैं। यहाँ ब्लॉगिंग को मनोरंजन का एक भाग माना जाता है। अत: इस तरह का समूह प्रायः एक खुला समूह होता है।

(5) तकनीकी ब्लॉग : लोग अद्यतन गेटेटों जैसे मोबाइल फोनों, लेपटॉपों एवं अन्य ऐसे इलेक्ट्रॉनिक गेजटों के बारे में बात कर सकते हैं। उनके लिए जो किसी नए उत्पाद को खरीदना चाहते हैं, ऐसे ब्लॉग का प्रयोग उस विशिष्ट उत्पाद के संबंध में पुनरीक्षण पाने हेतु हमेशा एक अच्छा विकल्प होता है। साथ ही व्यक्ति उत्पाद के निर्दिष्टीकरण इसका मूल्य तथा उस उत्पाद के बारे में अन्य सब सूचना जान सकता है, जिसे वह खरीदना चाहता है।

इस तरह ब्लॉगिंग को हमारे दिन प्रतिदिन के जीवन के सभी क्षेत्रों में क्रियान्वित किया जा सकता है | ब्लॉगिंग की सहायता से आप आपके विचारों को उन सब लोगों तक पहुँचा सकते हैं, जिन तक आप पहुंचना चाहते हो । साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न ब्लॉग्स हैं, जहाँ आप किसी भी ऐसे विषय के विवरण पा सकते हो, जिस पर आप शोध करना चाहते हो । साथ ही जो और शिक्षा पाना चाहते हैं, वे उस शिक्षा के बारे में विशेषज्ञ की राय ले सकते हैं, इसके क्षेत्र तथा भविष्य, उस क्षेत्र में कैरियर आदि के बारे में जान सकते हैं। अत: ब्लॉगिंग निकट भविष्य में भी क्रांति का मार्गदर्शक सिद्ध होगा।

ब्लॉग की हानियाँ

ब्लॉग की हानियाँ निम्न प्रकार हैं:

(1) बहुत कम निजता: ब्लॉगिंग का एक दोष यह है कि बहुत कम निजता होती है क्योंकि हर कोई जिसके पास एक ब्लॉग है वह आपके ब्लॉग को देख सकता है, साथ ही ब्लॉगों को अनुरक्षित करना बहुत कठिन होता है क्योंकि यदि उन्हें नियमित तौर पर अपडेट नहीं किया जाता,तब आप आपके संभावित व्यूअर्स को खो दोगे। व्यक्ति को सावधान रहने की भी जरूरत होती है क्योंकि लोग उससे किसी भी ऐसी चीज पर सूचना एकत्रित करते हैं, जो वह लगाता है, अत: व्यक्ति को आपके ब्लाग पर इमेजों या व्यक्तिगत सूचना को लगाने के पहले सावधान रहना चाहिए। इस पर कोई गुप्तता नहीं रहती, क्योंकि यह एक सार्वजनिक मंच है।

(2) समय लगाने वाला : एक ब्लॉग पर एक प्रविष्टि को अपडेट करने तथा पोस्ट करने में बहुत समय लगाता है।

(3) भाषा का अनुचित उपयोग : नियमित लेखन, slangs तथा लेखन के बेढंगे तरीके को उत्पन्न कर सकता है जो भाषा के उचित प्रयोग की गुणवत्ता को खराब कर सकता है।

(4) ध्यान हटना : यूजर्स का ध्यान आसानी से हट सकता है। एक बार जब विद्यार्थी ब्लॉग्स या विकीज से जुड़ जाते हैं, तब उनकी पूरे वर्चुअल जगत तक भी एक्सेस होती है तथा उनके कार्यों से उनका ध्यान बहुत आसानी से हट सकता है।

(5) एक कम्प्यूटर होने की जरूरत : यूजर्स को एक कम्प्यूटर की जरूरत होती है तथा हर व्यक्ति के पास एक नहीं होता है।

(2) ट्विटर :

ट्विटर को मार्च 2006 में जेक डोरसी द्वारा निर्मित किया गया था तथा जुलाई तक इस सामाजिक नेटवर्किंग साइट को जारी किया गया था।

ट्विटर एक मुफ्त सामाजिक नेटवर्किंग तथा माइक्रो ब्लॉगिंग सेवा है जो इसके यूजर्स को ट्वीट्स नामक संदेशों को भेजना व पढ़ना संभव करती है। ट्वीट्स 140 कैरेक्टरों तक के टेक्स्ट आधारित पोस्टर्स होते हैं जिन्हें लेखक के प्रोफाइल पेज पर प्रदर्शित किया जाता है तथा जिन्हें लेखक के उन सब्सक्राइबरों को डिलीवर किया जाता है, जिन्हें फोलोअर्स कहा जाता है । प्रेषक डिलीवरी को दोस्तों के उनके सर्किल तक सीमित कर सकते हैं या डिफाल्ट द्वारा खुली एक्सेस की अनुमति दे सकते हैं। यूजर्स ट्वीट्स को ट्विटर वेबसाइट, शॉर्ट मैसेज सर्विस (SMS) या बाहरी एप्लीकेशनों के द्वारा भेज तथा प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि सेवा का प्रयोग करने का स्वयं का कोई मूल्य नहीं होता लेकिन इसे SMS के द्वारा प्राप्त करना फोन सेवा प्रदाता का शुल्क लगवा सकता है।

संदेश की लंबाई पर 140 कैरेक्टर की सीमा को प्रारंभ में SMS संदेश भेजने के साथ कम्पेटिबिलिटी के लिए सेट किया गया था, तथा यह वेब पर सामान्यतः SMS संदेशों में प्रयुक्त शॉर्टहैंड नोटेशन तथा Slang के प्रकार को लाया है।

ट्विटर के लाभ

टिबटर के सबसे महत्त्वपूर्ण पहलुओं में से एक यह है कि एक व्यक्ति की एक समय पर लाखों लोगों द्वारा देखे जाने या उन तक पहुँचने की क्षमता होती है। ट्विटर एक ऐसे संबंध को प्रदर्शित करता है जो ट्विटर के यूजर तथा फोलोअरों के बीच में लगातार जारी रहता है।

ट्विटर के लाभों को नीचे दिया गया है:

(1) सूचना/समाचारों को प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली औजार : ट्विटर के यूजर्स प्रायः उपयोगी साइटों या लेखों से लिंक करते हैं तथा वे समूहों एवं वैकल्पिक खबरों के स्रोत हो सकते हैं। यह क्रियाशील सामाजिक न्यूज भागियों के लिए बहुत उपयोगी होता है क्योंकि वे विशिष्ट वेबसाइटों/कॉन्फ्रेंसों के ट्विटर फीडों के लिए सब्सक्राइब कर सकते हैं जो उन्हें अंतर्वस्तु को जल्दी से पाने व देखने देता है। ट्विटर किसी भी प्रकार की सूचना शोध करने के लिए बहुत प्रभावी खोज औजार हो सकता है। परिणाम सूचना की अन्य विधियों या स्रोतों के पूरक हो सकते हैं। ट्विटर की यूजर्स की विस्तृत रेंज है जो प्रायः ट्विटर को विभिन्न niches पर नई सूचना से अपडेट करते हैं।

(2) व्यक्तिगत ग्रांड तथा जागरुकता को पुनर्बलित करना : ट्विटर एक ऐसा सामाजिक मीडिया मंच है जिसके पास एक ऐसे सामाजिक ब्रांड को विकसित करने का प्राथमिक लाभ है जो अच्छे से जुड़ा तथा एक्सेसिबल है। इसकी विस्तृत रेंज के कारण, ट्विटर का प्रयोग उत्पादों एवं सेवाओं को संवर्धित करने तथा ब्रांड को स्थापित करने के लिए भी किया जा सकता है । यदि व्यक्ति के पास स्थापित व्यवसाय है,तो वह ट्विटर का प्रयोग उसकी ब्रांड इमेज को समृद्ध करने के लिए कर सकता है। दूसरी तरफ यदि व्यक्ति के पास सीमित ब्रांड जागरुकता के साथ छोटा व्यवसाय है तथा ट्विटर ब्रांड को एक विशाल श्रोतागणों के बीच संबधित एवं स्थापित करने के लिए उत्कृष्ट हो सकता है।

(3) प्रतिपुष्टि पाता है : ट्विटर दूसरों को फोलो करके जो आपके niche के भीतर प्रभावशील हैं; को फोलो करके, हित के एक समूह से जुड़ने का अवसर उपलब्ध कराता है। ट्विटर व्यवसायों को ग्राहकों के साथ संचार करने तथा एक सामयिक एवं लागत प्रभावी तरीके में प्रतिपुष्टि पाने को संभव करता है। यह नए उत्पादों या सेवाओं या नए विचारों के बारे में उपभोक्ता की राय को समझने एवं प्राप्त करने में उपयोगी सिद्ध हो सकता है। ब्लॉगर्स कई बार ट्विटर का प्रयोग नई पोस्टों के बारे में विचारों पर विचार विमर्श करने के लिए करते हैं।

(4) लोगों को भर्ती करने के लिए इसे HR औजार के रूप में प्रयोग करना : क्या एक अच्छे वेब विश्लेषक, वेब डिजाइनर या एक प्रोग्रामर को भर्ती करना चाहते हो? तब अनुशंसाओं के लिए कहते हुए एक ट्वीट भेजो। यह परिचित अनुशंसाओं के आधार पर फ्रीलांसरों या कंपनियों को भर्ती करने का एक बहुत तेज तथा सरल तरीका है।

(5) विपणन अवसर : ट्विटर का प्रयोग उत्पादों एवं सेवाओं का संवर्धन करने में किया जा सकता है। यह उत्पादों या सेवाओं के बारे में जागरुकता बढ़ाने की एक लागत प्रभावी विधि है। आप इसका प्रयोग ग्राहकों को किसी नई घोषणा या विशेष ऑफरों के बारे में सूचित करने के लिए कर सकते हो । ट्विटर परंपरागत टेक्स्ट संदेश/विपणन के सभी लाभों एवं ज्यादा को देता है। यह संभावित या वर्तमान ग्राहकों की बेहतर समझ द्वारा, बाजार शोध आयोजित करने के लिए एक उपयोगी औजार सिद्ध हो सकता है।

ट्विटर के दोष

ट्वीट्स के दोष नीचे दिए गए हैं :

(1) कैरेक्टर सीमा : फेसबुक के विपरीत ट्विटर की इसके सभी पोस्टों के लिए एक कैरेक्टर सीमा है । यूजर्स को ट्वीट्स को संक्षेप में टाइप करना चाहिए, क्योंकि उनके पास प्रयोग करने के लिए 140 कैरेक्टर्स होते हैं। इसके अलावा, हालांकि ट्विटर चित्रों की पोस्टिंग (Twitpic) को संभव करता है, लेकिन वीडियो पोस्टिंग की बात आने पर यह सीमित है। उदाहरण के लिए हालांकि यूजर्स यूट्यूब वीडियोज पर लिंकों को ट्वीट कर सकते हैं लेकिन वे वास्तव में वीडियोज को वेब सेवाओं से ट्वीट करने या वीडियोज को किसी डेस्कटॉप सॉफ्टवेयर से अपलोड नहीं कर पाते।

(2) एक समय में एक यूजर को संदेश भेजता है : ट्विटर में एक ऐसा प्रत्यक्ष संदेश लक्षण है जो यूजर्स को एक दूसरे से निजी तौर पर बात करने देता है,जो एक ईमेल या फेसबुक में एक संदेश को भेजने के समान होता है। हालांकि उन संदेश भेजने के मार्गों से अलग,ट्विटर यूजरों को एक बार में सिर्फ एक अन्य यूजर को प्रत्यक्ष संदेश भेजने देता है । यह इसकी मैसेजिंग प्रणाली को अन्य सामाजिक नेटवर्किंग एवं संचार माध्यमों की तुलना में असक्षम बना देता है।

(3) स्पेम : ट्विटर कहता है कि इसके 140 मिलियन क्रियाशील यूजर्स हैं तथा हर दिन और जुड़ रहे हैं लेकिन उनमें से छोटा प्रतिशत स्पेमर्स है। हालांकि ट्विटर ने बूट्स तथा स्पेमर्स को खोजने के लिए, इसके पहले कि वे समस्या बन जाएं इसके सुरक्षा उपायों को सुधारा है, लेकिन स्पेस अभी भी ट्विटर पर उपस्थित है। ट्विटर यूजर्स को उन्हें फ्लेग करने देता है, जिन्हें वे स्पेयर्स मानते हैं। ट्विटर पर स्पेम प्रायः आपके यूजर नेम को एक वेबसाइट पर एक लिंक के साथ टेग करता है। यह हटाना सरल है, लेकिन तब भी यह एक परेशानी है।

(4) ज्यादा ट्रेफिक : ट्विटर प्रायः ओवरलोड होता है तथा आप इसे थोड़ी देर के लिए प्रयोग नहीं कर पाते। यह यूजर्स को बहुत सी असुविधा कारित करता है।

(5) बहुमुखता की कमी : ट्वीटिंग करने एवं चित्रों को साझा करने के अलावा और कुछ करने को नहीं होता जबकि फेसबुक विविध स्टाफ देता है।

(6) कम प्रथावी : यह व्यावसायिक संभावना के विचारों में फेसबुक जितना प्रभावी नहीं होता। यदि आप आपके उत्पाद, वेबसाइट या सेवा पर ट्रेफिक को लाने के लिए देख रहे हो, तब ट्विटर खाते की जगह फेसबुक फेन पेज, बहुत ज्यादा ट्रेफिक ला सकते हैं।

(3) फेसबुक :

फेसबुक एक सामाजिक उपयोगिता है जो लोगों को दोस्तों तथा दूसरों जो उनके पास काम करते, अध्ययन करते तथा रहते हैं,को जोड़ता है। लोग फेसबुक का प्रयोग दोस्तों के साथ बने रहने, असीमित चित्रों को अपलोड करने, लिंकों तथा वीडियोज को पोस्ट करने तथा उनके द्वारा मिलने वाले लोगों के बारे में ज्यादा जानने के लिए भी करते हैं।

फेसबुक मूलत: एक ऑनलाइन सामाजिक नेटवर्किंग सेवा है । फेसबुक की स्थापना फरवरी 2004 में मार्क जुकेरबर्ग द्वारा उसके कॉलेज के साथियों तथा समवर्ती हारवर्ड विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा की गई थी। वेबसाइट की सदस्यता प्रारंभ में हारवर्ड विश्वविद्यालय के फाउंडरों तक सीमित थी लेकिन बाद में बोस्टन क्षेत्र, Ivy लीग एवं स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में कुछ अन्य कॉलेजों तक विस्तारित की गई। इसने धीरे–धीरे अन्य विभिन्न विश्वविद्यालय पर विद्यार्थियों के लिए सपोर्ट जोड़ा,इसके पहले कि अंततः हाईस्कूल के विद्यार्थियों के लिए एवं अंततः 13 वर्ष की आयु तथा ज्यादा वाले हर किसी के लिए खुली । फेसबुक अब ऐसे किसी भी यूजर जो स्वयं को कम से कम 13 वर्ष की आयु का घोषित करता है, को साइट के पंजीयन यूजर बनने की अनुमति देती है।

यूजरों को साइट का प्रयोग करने के पहले, पंजीयन करना पड़ता है, जिसके बाद वे एक व्यक्तिगत प्रोफाइल को निर्मित कर सकते हैं, अन्य यूजरों को मित्रों के रूप में जोड़ सकते हैं संदेशों का आदान–प्रदान कर सकते हैं तथा जब वे उनके प्रोफाइल को अपडेट करते हैं, तब ऑटोमेटिक अधिसूचनाएं प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यूजर्स कार्यस्थान,स्कूल या कॉलेज या अन्य विशेषताओं द्वारा संगठित कॉमन रुचि के यूजर समूहों से जुड़ सकते हैं तथा उनके मित्रों को ‘कार्य से लोग’ या ‘नजदीकी मित्र’ जैसी सूचियों में वर्गीकृत कर सकते हैं।

फेसबुक के लाभ

फेसबुक के लाभ निम्न प्रकार हैं:

(1) सूचना को साझा करना : वेबसाइट हमें दूसरों से वह साझा करने देती है जो हम चाहते हैं,सार्वजनिक राय को पूछने देती है, प्रश्न पूछने देती है, आदि । लोग उनके चित्रों, वीडियोज तथा वे क्या कर रहे हैं, को उनके सभी मित्रों के साथ साझा कर सकते हैं।

यूजर्स का इस बात के ऊपर पूरा नियंत्रण होता है कि वे कितनी सूचना किसके साथ साझा करना चाहते हैं एवं इसी तरह अन्य व्यक्ति आपके साथ सूचना को साझा करते हैं।

(2) चेटिंग : फेसबुक एक सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट है लेकिन लोग इसका प्रयोग उनके मित्रों के साथ चेट करने के लिए भी कर सकते हैं । फेसबुक एक सरल तथा छोटी चेटिंग एप्लीकेशन को उपलब्ध कराती है जिसका प्रयोग लोग उन मित्रों के साथ चेट करने के लिए कर सकते हैं जो फेसबुक पर एवं निश्चित ही ऑनलाइन हैं। अत: याहू, MSN या ऐसे किसी अन्य मेसेंजर को इन्सटॉल करने की जरूरत नहीं होती है। कई लोग विशेषकर विद्यार्थी, फेसबुक चेट का प्रयोग उनके समूह विचार विमर्शों के लिए करते हैं जबकि कुछ व्यवसाय इसका प्रयोग उनकी संक्षिप्त बैठकों को आयोजित करने के लिए करते हैं।

(3) मोबाइल फेसबुक : जो भी लोग फेसबुक कॉम पर कर सकते हैं, वे अब इसे उनके मोबाइल फोन फेसबुक एप से सीधे ही कर सकते हैं। ज्यादातर नए स्मार्टफोन फेसबुक एप के साथ आते हैं, अत: वे उनके स्वयं के मोबाइल फोनों से भी स्टेटस को अपडेट कर सकते हैं, कमेंट कर सकते हैं तथा और भी बहुत सी चीजें कर सकते हैं।

(4) स्कूल, कॉलेज के दोस्तों या सहयोगियों को पाना : आप लगभग हर सिंगल इंटरनेट यूजर फेसबुक का प्रयोग करता है। फेसबुक का प्रयोग करके, व्यक्ति आसानी से उसके पुराने दोस्तों, सहयोगियों को पा सकता है जिनके साथ उसने संपर्क खो दिया था तथा उनसे पुनः ऑनलाइन जुड़ सकता है। फेसबुक का दोस्त खोजना लक्षण आपको आपके दोस्तों को उनके नामों या ई–मेल पतों के साथ पाने देता है।

(5) व्यवसाय का संवर्धन : फेसबुक के विज्ञापनों तथा फेन्स पेजों के द्वारा कंपनियों उनके व्यवसाय का विज्ञापन भी कर सकती है। फेसबुक एक बहुत कस्टमाइजेबल विज्ञापन प्लेसमेंट सेवा देती है, जिसे प्रयोग करना बहुत आसान है व यह लागत प्रभावी भी है । फेसबुक के विज्ञापन कंपनियों को एक विशिष्ट आयु, भौगोलिक लोकेशन, रुचियों के लोगों को लक्षित करने देती हैं जो उनके विज्ञापनों को सबसे ज्यादा उपयोगी एवं प्रभावशील बनाता है।

(6) मनोरंजन : फेसबुक बहुत सी गेमिंग एवं अन्य एप्लीकेशनें भी उपलब्ध कराता है । कुछ लोग फेसबुक को सिर्फ खेल खेलने हेतु खोलते हैं। खेलों के अलावा, बहुत से फेसबुक एप्स हैं, जिन्हें आप प्रयोग कर एवं मजा ले सकते हो । फेसबुक एप्स विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे फोटो एडिटिंग, जन्मपत्री आदि।

(7) बोरियत को मारने वाला : फेसबुक एक बोरियत को मारने वाला है विशेषकर छुट्टियों के दौरान विद्यार्थियों के लिए तथा वृद्ध लोगों के लिए भी जो उनके काम से सेवानिवृत्त हो गए हैं।

फेसबुक के दोष

फेसबुक दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयुक्त सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट है। इसके कई लाभ हैं लेकिन फेसबुक के कई दोष भी हैं। इनमें निम्न शामिल हैं:

(1) खाते में अनाधिकृत प्रवेश : यह कोई आश्चर्य नहीं है कि फेसबुक आक्रमणों के प्रति कमजोर है एवं बहुत से हेकर्स, प्रतिदिन, लोगों की प्रोफाइल सूचना को बदल देते हैं । इसके हजारों उदाहरण हैं। कई फेसबुक एवं फेसबुक के पुराने यूजर्स बता सकते हैं कि उन्होंने उनकी प्रोफाइल सूचना में परिवर्तन देखा, जबकि वे लॉग–इन नहीं थे। साथ ही हर दिन फेसबुक पर बहुत से चित्र अपलोड किए जाते हैं। यह सही है कि फेसबुक हर सिंगल अपलोड वायरसों के लिए जाँचता है लेकिन याद रखो कि फेसबुक या कोई अन्य वेबसाइट सभी प्रकार के वायरसों की जांच नहीं कर सकती, विशेषकर वे जो नए रिलीज हुए हैं। उन वायरस जुडे चित्रों को खोलने पर, कम्प्यूटर सिस्टम तथा इसकी हार्डड्राइव के लिए खतरा होता है ।

(2) स्केम्स : कई हेकरों के पास फेसबुक के समान वेवसाइटें हैं। वे लगातार लोगों को उनके दोस्तों के नए फोंटों की जाँच करने हेतु उनके खाते पर लॉग इन करने के लिए कहते हैं। जब यूजर वेबसाइट को खोलता है, तो यह 100% फेसबुक जैसी दिखती है, एवं तब वह उसके यूजर id तथा पासवर्ड को प्रवेशित करता है, जबकि वह यह नहीं जानता है कि उसके खाते के विवरण एक हेकर द्वारा चोरी किए जा रहे हैं।

(3) समय की बर्बादी : फेसबुक के सबसे बड़े दोषों में से एक यह है कि यह व्यसनी है या यह बहुत आसानी से व्यसनी बन सकता है। एक बार जब लोग उनके फेसबुक मित्रों से जुड़ जाते हैं तब वे समझेंगे कि वे कितनी बार फेसबुक को खोलते हैं तथा कमेंट करने, अन्य के चित्रों को देखने,खेलों को खेलने या उस तरह की अन्य गतिविधि करने में इतना ज्यादा समय भी बिताते हैं। कई लोग फेसबुक को प्रयोग करने के दोषों को जानते हैं तब भी इसका उपयोग करना रोक नहीं सकते। कई लोग बगैर यह सोचे, दिन एवं रात, फेसबुक का प्रयोग करते हैं कि उन्होंने इस पर कितना समय व्यर्थ कर दिया है तथा वे उस समय के दौरान काफी ज्यादा महत्त्वपूर्ण काम कर सकते थे।

(4) पेशेवर जीवन को नष्ट करना : यदि व्यक्ति एक नए जॉब के लिए आवेदन कर रहा है, तब वह जानता है कि सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट प्रोफाइल वेव के कारण जॉब को पाने के अवसर उतने ज्यादा कम हो सकते हैं। प्रायः नियोजक आवेदक के बारे में ज्यादा जानने के लिए उसके सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट को प्रोफाइल की खोज करते हैं। शायद किसी ने उसके प्रोफाइल में कुछ मजाकिया चित्र रखे हैं या उसने प्रोफाइल में कुछ गलत सूचना (शायद सिर्फ मजे के लिए) डाली है। नियोजक को वह सब देखकर धक्का लग सकता है तथा उम्मीदवार को जॉब का प्रस्ताव नहीं दिया जाएगा।(5) निजता की कमी : कोई भी निश्चित ही उसकी सारी व्यक्तिगत सुचना उसके सभी मित्रों के सामने खोलना नहीं चाहता। फेसबुक पर, व्यक्तिगत जीवन के अपडेट सभी दोस्तों के ध्यान में आ जाते हैं, एवं इस तरह निजता का क्षरण हो जाता है।


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