सूक्ष्म शिक्षण की विशेषताएं बताइए।

Estimated reading: 0 minutes 175 views

सूक्ष्म शिक्षण की विशेषताएं निम्नलिखित हैं –

(1) सूक्ष्म शिक्षण में शिक्षण के तत्त्वों को सूक्ष्म स्वरूप दिया जाता है।

(2) यह व्यक्तिशः प्रशिक्षण की विधि है।

(3) इस विधि में प्रशिक्षणार्थियों को शिक्षण – व्यवहार से सम्बन्धित प्रतिपुष्टि तत्काल प्राप्त हो जाती है।

(4) यह ऐसा वास्तविक शिक्षण है जो केन्द्र – बिन्दु प्रशिक्षणार्थियों में शिक्षण – कौशलों का विकास करता है।

(5) कक्षा का आकार घटाकर छोटा किया जाता है अर्थात् कक्षा में केवल 5 से 10 छात्र ही रखे जाते हैं।

(6) पढ़ाने की अवधि घटाकर 5 से 10 मिनट की होती है।

(7) विषयवस्तु के प्रकरण का आकार छोटा होता है। किसी एक सम्प्रत्यय को लिया जाता है।

(8) एक समय में केवल एक ही शिक्षण कौशल का अभ्यास किया जाता है।

(9) यह छात्रों को सीखने में सुगमता प्रदान करते हैं।

(10) यह शिक्षण विधि को प्रभावी तथा सफल बनाते हैं।

(11) इसे महाविद्यालय में ही प्रयोग किया जा सकता है।

Leave a Comment

CONTENTS