अली यावरजंग राष्ट्रीय श्रवण विकलांग संस्थान पर संक्षिप्त टिप्पणी (शॉर्ट नोट) लिखिए-

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मुंबई महानगर में सन् 1983 में अली यावरजंग राष्ट्रीय श्रवण विकलांग संस्थान की स्थापना हुई। यह संस्थान श्रवण विकलांगों के पुनर्वास से संबंधित सभी समस्यागों एवं गतिविधियों का केन्द्र है। मुंबई तथा इस प्रादेशिक केन्द्र कलकत्ता, दिल्ली, हैदराबाद आदि स्थानों पर बधिर व्यक्तियों के पुनर्वास हेतु दो वर्षीय पत्रोपाधि (डिप्लोमा) पाठ्यक्रम चलाते हैं। इसके साथ ही श्रवण विकारों से जाके विषयों पर अला अवधि के प्रशिक्षक कार्यक्रम भी चलाए जाते है |

इस संस्थान में श्रवण शक्ति से निःशक्त बालकों को शिक्षा देने के लिए आवश्यक तकनीकी उपकरण और यंत्रों का पता लगाने के लिए विशेष समूह का गठन किया गया है।

इस संस्थान में श्रवण विकलांगता पर पुस्तके, पत्रिकाएं श्रवण दश्यों एवं चलचिों का तथा विशाल पुस्तकालय हे जो इनके सूचना व प्रलेख केन्द्र का भाग है।

इस संस्थान में अनुसंधान, प्रशिक्षण और शिक्षा कार्यक्रमों को विस्तार देने हेतु पुस्तकें, पोस्टर द्रश्य श्रव्य साधन तथा फिली तेयार की जाती है। श्रवण बाधितों को स्वरोजगार तभी प्रयाग किये जाते हैं।

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