Geography of Rajasthan

नामकरण : राजस्थान शब्द का प्राचीनतम प्रयोग ‘राजस्थानीयादित्य‘ वि.सं. 682 में

क्र.सं प्रदेश (%) स्वरूप (%) जनसंख्या (%) 1. 61.1 58 40 2.

राजस्थान अपवाह तंत्र 1. नदियाँ (Rivers) 2. झीलें (सागर + बाँध)। 1.

भारत में परिवहन को देश के आर्थिक विकास के लिए आवश्यक अंग

पर्यटन राजस्थान में पर्यटन विकास के विभिन्न प्रयास :- पर्यटन इकाई नीति-2015

खनिज खनिज पदार्थ प्राकृतिक रूप से निकलने वाला वह पदार्थ है, जिसकी

राज्य में औद्योगिक विकास (i) अलवर (ii) जयपुर। (i) जयपुर (ii) पाली।

1. परम्परागत ऊर्जा स्रोत 1. जल विद्युत 2. तापीय ऊर्जा 3. आण्विक

षि प्रदेशों का निर्धारण तकनीकी विषय है। अनेक कृषि वैज्ञानिकों व कृषि

जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक 1. अक्षांशीय स्थिति- भारत उत्तरी गोलार्द्ध

1) रैतीली बलुई मिट्टी : विस्तार- प्रधानतः जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर। (2)

प्रमुख व्यापारिक वस्तुएँ जवाहरात एवं आभूषण – वस्त्र उद्योग – कृषि उत्पाद

अर्थ – हाथों द्वारा आकर्षक व कलात्मक वस्तुएँ बनाना हस्तकला या हस्तशिल्प

राज्य की प्रमुख हिन्दू जातियाँ राजपूत – ब्राह्मण – वैश्य – काश्तकार

वन्यजीव राष्ट्रीय उद्यान राष्ट्रीय उद्यान : इसका व्यय केन्द्र सरकार वहन करती

(i) निर्जीव भौतिक घटकों – वायु, जल, मृदा आदि। (ii)

पशुधन पशु 2012 में (लाख में) राज्य के कुल पशुधन का प्रतिशत

राजस्थान में सिंचित क्षेत्र निम्न प्रकार से हैं :- सिंचित क्षेत्रफल %

A. भाखड़ा नांगल बाँध परियोजना 1. भाखड़ा बाँध – भाखड़ा बाँध से

मरुस्थलीकरण की समस्या सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त है। विश्व की कुल जनसंख्या

जल के दुरुपयोग पर नियंत्रण सिंचाई हेतु नवीन पद्धतियों को अपनाना भूमिगत

भौतिक दृष्टि से राजस्थान को अरावली पर्वत शृंखला ने दो भागों में

– राजस्थान में पंचवर्षीय योजनाओं के विभिन्न कार्यक्रमों का लाभ भी उन

– कहावत :- तीजो कुरियों आठवों काल। (कुरियो – अर्द्ध अकाल) –

– किसी भी प्रदेश की भूगर्भिक संरचना का संबंध वहाँ पाई जाने

प्रशासनिक दृष्टि से वनों को 3 भागों में बांटा जाता है :

1. जनसंख्या :- कुल जनसंख्या :- 6,85,48,437 पुरुष जनसंख्या :- 3,55,50,997 महिला

भौगोलिक अध्ययन का एक विशेष स्वरूप ‘प्रदेशों का अध्ययन’ करना हैं इसके