राजस्थान : एक परिचय

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नामकरण :

  • महर्षि वाल्मिकी ने राजस्थान प्रदेश को ‘मरुकान्तार‘ कहा है।
  • राजपूताना शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग 1800 ई. में जॉर्ज थॉमस ने किया। घ्यातव्य है कि जाॅर्ज थॉमस की मृत्यु बीकानेर में हुई।
  • विलियम फ्रेंकलिन ने 1805 में ‘मिल्ट्री मेमोयर्स ऑफ मिस्टर जार्ज थॉमस‘ नामक पुस्तक प्रकाशित की। उसमें उसने कहा कि जार्ज थॉमस सम्भवतः पहला व्यक्ति था, जिसने राजपूताना शब्द का प्रयोग इस भू-भाग के लिए किया था।
  • कर्नल जेम्स टॉड (घोड़े वाले बाबा) ने इस प्रदेश का नाम ‘रायथान‘ रखा क्योंकि स्थानीय साहित्य एवं बोलचाल में राजाओं के निवास के प्रान्त को ‘रायथान‘ कहते थे। उन्होंने 1829 ई. में लिखित अपनी प्रसिद्ध ऐतिहासिक पुस्तक ‘Annals & Antiquities of Rajas’than’ (or Central and Western Rajpoot States of India) में सर्वप्रथम इस भौगोलिक प्रदेश के लिए राजस्थान शब्द का प्रयोग किया।
  • 26 जनवरी, 1950 को इस प्रदेश का नाम राजस्थान स्वीकृत किया गया।
  • यद्यपि राजस्थान के प्राचीन ग्रन्थों में राजस्थान शब्द का उल्लेख मिलता है। लेकिन वह शब्द क्षेत्र विशेष के रूप में प्रयुक्त न होकर रियासत या राज्य क्षेत्र के रूप में प्रयुक्त हुआ है। जैसे :-

▪ राजस्थान शब्द का प्राचीनतम प्रयोग ‘राजस्थानीयादित्य‘ वि.सं. 682 में उत्कीर्ण बसंतगढ़ (सिरोही) के शिलालेख में मिलता है।

▪ ‘मुहणोत नैणसी की ख्यात‘ व वीरभान के ‘राजरूपक‘ में राजस्थान शब्द का प्रयोग हुआ। यह शब्द भौगोलिक प्रदेश राजस्थान के लिए प्रयुक्त हुआ नहीं लगता। अर्थात् राजस्थान शब्द के प्रयोग के रूप में कर्नल जेम्स टॉड को ही श्रेय दिया जाता है।

स्थिति :

  • उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित। 
  • 23°3′ उत्तरी अंक्षाश से 30°12′ उत्तरी अंक्षाश (अक्षांशीय विस्तार 7°9′) एवं 69°30′ पूर्वी देशान्तर से 78°17′ पूर्वी देशान्तर के मध्य (देशान्तरीय विस्तार 8°47′ )।
  • राजस्थान का अधिकांश भाग उपोष्ण कटिबंध में स्थित है।
  • अक्षांश रेखाएँ- ग्लोब को 180 अक्षांशों में बांटा गया है। 0° से 90° उत्तरी अक्षांश, उत्तरी गोलार्द्ध तथा 0° से 90°  दक्षिणी अक्षांश, दक्षिणी गोलार्द्ध कहलाते हैं।  अक्षांश रेखायें ग्लोब पर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखायें हैं। जो ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची जाती है, ये जलवायु, तापमान व स्थान (दूरी) का ज्ञान कराती है। राजस्थान का अधिकाश भाग उपोष्ण कटिबन्ध मे स्थित है।
  • दो अक्षांश रेखाओं के बीच में 111 km. का अन्तर होता है।
  • देशान्तर रेखाएँ – वे काल्पनिक रेखाएँ जो ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाती है। ये 360 होती हैं। ये समय का ज्ञान कराती है। अतः इन्हें सामयिक रेखाएँ भी कहा जाता है।
  • 0
  • ^\circ
  •  देशान्तर रेखा को ग्रीनविच मीन Time/ग्रीन विच मध्याह्नान  रेखा कहते हैं। दो देशान्तर रेखाओं के बीच दूरी सभी जगह समान नहीं होती है, भूमध्य रेखा पर दो देशान्तर रेखाओं के बीच 111.31 किमी. का अन्तर होता है।
  • 180° देशान्तर रेखा को अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा कहते हैं जो बेरिंग सागर में से होकर जापान के पूर्व में से गुजरती हुई प्रशांत महासागर को काटती हुई दक्षिण की ओर जाती है।
  • भारत Indian Standard Time (IST) 
  • 82\frac{1}{2}^\circ
  • 82
  • 2
  • 1
  •  पूर्वी देशान्तर रेखा को मानता है। यह उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद के पास नैनी से गुजरती है।
  • राजस्थान के देशान्तरीय विस्तार के कारण पूर्वी सीमा से पश्चिमी सीमा में समय का 36 मिनिट (4° × 9 देशान्तर = 36 मिनिट) का अन्तर आता है अर्थात् धौलपुर में सूर्योदय के लगभग 36 मिनिट बाद जैसलमेर में सूर्योदय होता है।
  • कर्क रेखा  (
  • 23\frac{1}{2}^\circ
  • 23
  • 2
  • 1
  •  उत्तरी अक्षांश) राजस्थान के डूंगरपुर जिले के चिखली गांव के दक्षिण से तथा बाँसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ तहसील के लगभग मध्य में से गुजरती है।
  • कुशलगढ़ (बाँसवाड़ा) में 21 जून को सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर लम्बवत् पड़ती है।
  • गंगानगर में सूर्य की किरणें सर्वाधिक तिरछी व बाँसवाड़ा में सूर्य की किरणें सर्वाधिक सीधी पड़ती है।
  • राजस्थान में सूर्य की लम्बवत् किरणें केवल बाँसवाड़ा में पड़ती है।

विस्तार :

  • राजस्थान की उत्तर से दक्षिण की लम्बाई 826 किलोमीटर [ उत्तर में कोणा गाँव (गंगानगर) से दक्षिण में बोरकुण्ड गाँव (कुशलगढ़ तहसील, बाँसवाडा ) तक ] है।
  • राजस्थान की पश्चिम से पूर्व की लम्बाई 869 किलोमीटर [ पश्चिम में कटरा गाँव (जैसलमेर तक) से पूर्व में सिलान गाँव (राजाखेड़ा तहसील, धौलपुर) तक ] है।

क्षेत्रफल :

  • राजस्थान का क्षेत्रफल – 3,42,239 वर्ग किमी. अथवा 1,32,140 वर्ग मील है।
  • राजस्थान का क्षेत्रफल भारत के कुल क्षेत्रफल का 10.41% या 1/10वाँ भाग है। 
  • 1 नवम्बर, 2000 को मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ के नये राज्य बन जाने के बाद राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य बन गया है।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के 5 बड़े राज्य – राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और आन्ध्रप्रदेश।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान ग्रेट ब्रिटेन से 1½ गुना, जर्मनी के बराबर, चेकोस्लावाकिया से 3 गुना, श्रीलंका से 5 गुना तथा इजराइल से 17 गुना बड़ा है।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा जिला – जैसलमेर (38401 वर्ग किमी.)।(धौलपुर से 12.66 गुणा बड़ा)
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान के चार बड़े जिले –
  • जैसलमेर (38401 वर्ग किमी.)
  • बाड़मेर (28387 वर्ग किमी.)
  • बीकानेर (27244 वर्ग किमी.)
  • तथा जोधपुर (22,850 वर्ग किमी.)
  • भारत के सात राज्यों [गोवा (3702 वर्ग किमी.), सिक्किम (7096 वर्ग किमी.), त्रिपुरा (10492 वर्ग किमी.), नागालैण्ड (16579 वर्ग किमी.), मिजोरम (21987 वर्ग किमी.), मणिपुर (22327 वर्ग किमी.), मेघालय (22429 वर्ग किमी.)] से बड़े हैं।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का सबसे छोटा जिला – धौलपुर (3034 वर्ग किमी.)
  • नोट : पहले अपने निर्माण के समय दौसा (2950 वर्ग किमी.) के साथ राजस्थान का सबसे छोटा जिला था, लेकिन महुवा तहसील – 489 वर्ग किमी. (सवाई माधोपुर) के 15 अगस्त, 1992 को दौसा में शामिल हो जाने से दौसा का क्षेत्रफल बढ़कर 3439 वर्ग किमी. हो गया। अतः वर्तमान में राजस्थान का सबसे छोटा जिला धौलपुर (3034 वर्ग किमी.) है।

आकार :

  • विषमकोणीय चतुर्भुज (Rhombus) या पतंग के समान।

स्थलीय सीमा :

  • राजस्थान की कुल स्थलीय सीमा – 5,920 किमी.
  • अन्तर्राज्यीय सीमा की लम्बाई -: 4,850 किमी.
  • अन्तर्राष्ट्रीय सीमा की लम्बाई -: 1,070 किमी.
  • राजस्थान के कुल पड़ौसी राज्य – 5

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा (रेडक्लिफ रेखा) :

  • रेडक्लिफ रेखा भारत और पाकिस्तान के बीच है।
  • रेडक्लिफ का संस्थापक सर एम.रेडक्लिफ को माना जाता है।
  • रेडक्लिफ की स्थापना 17 अगस्त, 1947 को हुई।
  • रेडक्लिफ की भारत के साथ कुल सीमा की लम्बाई 3310 किलोमीटर है।
  • रेडक्लिफ रेखा पर भारत के चार राज्य स्थित है-
  • 1. जम्मू कश्मीर, 2. पंजाब, 3. राजस्थान, 4. गुजरात
  • रेडक्लिफ के साथ सर्वाधिक सीमा-1070 किमी. राजस्थान की लगती है।
  • रेडक्लिफ के साथ कम सीमा पंजाब की लगती है।
  • रेडक्लिफ के सर्वाधिक नजदीक राजधानी मुख्यालय श्रीनगर है।
  • रेडक्लिफ के सर्वाधिक दूर राजधानी मुख्यालय जयपुर है।
  • रेडक्लिफ पर क्षेत्रफल में बड़ा राज्य राजस्थान है।
  • रेडक्लिफ पर क्षेत्रफल में छोटा राज्य पंजाब है।
  • रेडक्लिफ रेखा पर राजस्थान के चार जिले स्थित है-
  • 1. श्रीगंगानगर-210, 2. बीकानेर-168, जैसलमेर-464, बाड़मेर-228
  • रेडक्लिफ के साथ सर्वाधिक सीमा जैसलमेर की लगती है।
  • रेडक्लिफ के साथ कम सीमा बीकानेर की लगती है।
  • रेडक्लिफ रेखा पर नजदीक जिला मुख्यालय श्रीगंगानगर है।
  • रेडक्लिफ रेखा पर दूर जिला मुख्यालय बीकानेर है।
  • रेडक्लिफ रेखा पर क्षेत्रफल में बड़ा जिला जैसलमेर है।
  • रेडक्लिफ रेखा पर छोटा जिला श्रीगंगानगर है।
  • रेडक्लिफ रेखा की शुरूआत हिन्दुमल कोट (श्री गंगानगर) से होती है।
  • रेडक्लिफ रेखा का अन्तिम पोईन्ट बख्खासर शाहगढ़ बाड़मेर में है।
  • रेडक्लिफ रेखा पर पाकिस्तान के 9 जिले आते हैं-
  • राजस्थान से  पाकिस्तान के 2 प्रांतो के 9 जिले की सीमा लगती है
  • 1. पंजाब प्रांत के जिले -: बहावलनगर, बहावलपुर, रहीमयार खाँ 2. सिंध प्रांत के जिले-: छोटकी, सुक्कर, खैरपुर, संघर, उमरकोट व थारपारकर।   
  • रेडक्लिफ रेखा एक कृत्रिम रेखा है।
  • रेडक्लिफ लाइन निर्धारण आयोग में काग्रेस के सदस्य -: जस्टिस मिहिर चंद महाजन एवं तेजसिंह
  • राज्य की कुल 12 तहसीले पाकिस्तान की सीमा से लगती हैं।

अन्तर्राज्यीय सीमा :

  • अन्तर्राज्यीय सीमा की लम्बाई -: 4,850 किमी.
  • राजस्थान के कुल पड़ौसी राज्य – 5

राजस्थान व पंजाब की सीमा – (89 KM)

  • राजस्थान के दो जिलों की सीमा पंजाब के साथ लगती है।
  • पंजाब के दो जिलों की सीमा राजस्थान के साथ लगती है- (1) फाजिल्का, (2) मुक्तसर
  • पंजाब के साथ सर्वाधिक सीमा श्रीगंगानगर की लगती है।
  • पंजाब के साथ कम सीमा हनुमानगढ़ की लगती है।
  • पंजाब की सीमा के नजदीक जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ है।
  • पंजाब की सीमा के दूर जिला मुख्यालय श्री गंगानगर है।
  • पंजाब की सीमा पर क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला श्रीगंगानगर है।
  • पंजाब की सीमा पर क्षेत्रफल की दृष्टि से छोटा जिला हनुमानगढ़ है।

राजस्थान व हरियाणा की सीमा – (1262 KM)

  • राजस्थान के सात जिलों की सीमा हरियाणा के साथ लगती है।
  • हरियाणा के सात जिलों की सीमा राजस्थान के साथ लगती है- 1. सिरसा, 2. फतेहाबाद, 3. हिसार, 4. भिवानी, 5. महेन्द्रगढ़, 6. रेवाड़ी, 7. मेवात।
  • हरियाणा के साथ सर्वाधिक सीमा हनुमानगढ़ की लगती है।
  • हरियाणा के साथ कम सीमा जयपुर की लगती है।
  • हरियाणा की सीमा के नजदीक जिला मुख्यालय-हनुमानगढ़ है।
  • हरियाणा की सीमा के दूर जिला मुख्यालय जयपुर है।
  • हरियाणा की सीमा पर क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला चुरू है।
  • हरियाणा की सीमा पर क्षेत्रफल की दृष्टि से छोटा जिला झुंझुनूं है।

राजस्थान व उत्तरप्रदेश की सीमा – (877 KM)

  • राजस्थान के दो जिलों की सीमा उत्तरप्रदेश के साथ लगती है।
  • उत्तरप्रदेश के दो जिलों की सीमा राजस्थान के साथ लगती है – (1) मथुरा, (2) आगरा
  • उत्तरप्रदेश के साथ सर्वाधिक सीमा भरतपुर की लगती है व कम सीमा धौलपुर की लगती है।
  • उत्तरप्रदेश की सीमा के नजदीक जिला मुख्यालय भरतपुर का है व दूर जिला मुख्यालय धौलपुर।
  • उत्तरप्रदेश की सीमा पर क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला भरतपुर व छोटा जिला धौलपुर का है।

राजस्थान व मध्यप्रदेश – (1600 KM)

  • राजस्थान के दस जिलों की सीमा मध्यप्रदेश के साथ लगती है।
  • मध्यप्रदेश के दस जिलों की सीमा राजस्थान के साथ लगती है – (1) झाबुआ (2) रतलाम (3) मन्दसौर (4) नीमच (5) शाहजापुर (6) शिवपुरी (7) गुना (8) मुरैना (9) श्योपुरी (10) राजगढ़
  • मध्यप्रदेश के साथ सर्वाधिक सीमा झालावाड़ की लगती है व कम सीमा भीलवाड़ा की लगती है।
  • मध्यप्रदेश की सीमा के नजदीक जिला मुख्यालय धौलपुर का है व दूर जिला मुख्यालय भीलवाड़ा का है।
  • मध्यप्रदेश की सीमा पर क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला भीलवाड़ा व छोटा जिला धौलपुर है।
  • राजस्थान के दो जिले मध्यप्रदेश के साथ दो बार सीमा बनाते हैं- कोटा व चित्तौड़गढ़

राजस्थान व गुजरात की सीमा – (1022 KM)

  • राजस्थान के छः जिलों की सीमा गुजरात के साथ लगती है।
  • गुजरात के 6 जिलों की सीमा राजस्थान के साथ लगती है – 1. कच्छ, 2. बनासकांठा, 3. साबरकांठा, 4. अरावली, 5. महीसागर, 6. दाहोद
  • गुजरात के साथ सर्वाधिक सीमा जालौर की लगती है व कम सीमा बाड़मेर की लगती है। 
  • गुजरात की सीमा के नजदीक जिला मुख्यालय- डुंगरपुर व दूर जिला मुख्यालय बाड़मेर है।
  • गुजरात की सीमा पर क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला बाड़मेर है व छोटा जिला – डुंगरपुर है।
  • राजस्थान के पाँच पड़ौसी राज्य है- पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात।
  • राजस्थान के साथ सर्वाधिक सीमा मध्यप्रदेश की लगती है (1600 किमी.)
  • राजस्थान के साथ कम सीमा पंजाब की 89 किमी. लगती है।

दो-दो राज्यों की सीमा बनाने वाले जिले –

  • हनुमानगढ़ – पंजाब, हरियाणा
  • भरतपुर – हरियाणा, उत्तरप्रदेश
  • धौलपुर – उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश
  • बांसवाड़ा – मध्यप्रदेश, गुजरात

* राज्य के सर्वाधिक निकट स्थित बंदरगाह – कांडला बन्दरगाह

सम्भाग

  • तत्कालीन रियासतों के विलीनीकरण के फलस्वरूप नवगठित राजस्थान में कुल 25 जिले बनाये गये जिन पर प्रभावी नियंत्रण और प्रशासनिक समन्वय के लिये पांच संभागीय कार्यालय स्थापित किये गये थे।
  • जिले के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को जिलाधीश (वर्तमान में जिला कलेक्टर) एवं संभाग स्तर पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को संभागीय आयुक्त के पदनाम से सम्बोधित किया गया।
  • संभागीय कार्यालय जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर और कोटा में स्थापित किये गये। इनमें जयपुर संभाग के अन्तर्गत जयपुर, टोंक, सवाईमाधापुर, अलवर, भरतपुर, सीकर और झुंझुनूँ, जोधपुर संभाग में जोधपुर, पाली, नागौर, बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही और जालोर, उदयपुर संभाग में उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा, कोटा संभाग में कोटा, बूंदी और झालावाड़ तथा बीकानेर संभाग के अन्तर्गत बीकानेर, चूरू और गंगानगर जिले रखे गये थे।
  • 1 नवम्बर, 1956 को अजमेर राज्य के राजस्थान में विलीनीकरण पर अजमेर राजस्थान का 26वां जिला बनाया गया और इसे तत्कालीन जयपुर संभाग के अधीन रखा गया। साथ ही जयपुर संभाग का नाम अजमेर संभाग कर दिया गया लेकिन संभागीय आयुक्त का मुख्यालय यथावत जयपुर में ही रहा।
  • अप्रेल, 1962 को मोहनलाल सुखाड़िया सरकार ने संभागीय व्यवस्था समाप्त की।
  • 26 जनवरी, 1987 को हरिदेव जोशी सरकार ने संभागीय व्यवस्था को पुनः लागू करते हुए 6 नये संभाग-जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, कोटा बनाये।
  • 4 जून, 2005 को वसुन्धरा राजे सरकार ने भरतपुर को 7वां संभाग बनाया।
  • वर्तमान में राजस्थान में सात संभाग हैं –
क्र.सं.संभागजिलों के नामक्षेत्रफल(वर्ग किमी.)जनसंख्या(लाखों में)विशेष विवरण
1.जयपुरजयपुर, दौसा, अलवर, सीकर, झुन्झुनूँ(कुल 5 जिले)36615167.91(24.47%)सर्वाधिक जनसंख्या, सर्वाधिक घनत्व, सर्वाधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या। सर्वाधिक साक्षरता, राज्य का उ.पू. संभाग
2.जोधपुरजोधपुर, जालौर, बाडमेर, पाली, सिरोही और जैसलमेर (कुल 6 जिले)117800(34.42%)118.68(17.30%)सर्वाधिक दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर।सर्वाधिक क्षेत्रफल, पश्चिमी राज.।
3.अजमेरभीलवाड़ा, टोंक, नागौर, अजमेर(कुल 4 जिले)4384897.26(14.17%)राज्य का मध्यवर्ती संभाग।
4.कोटाकोटा, बारां, बूँदी, झालावाड(कुल 4 जिले)2420456.99(8.30%)न्यूनतम जनसंख्या।राज्य का द.पू. संभाग।
5.उदयपुरउदयपुर, राजसमन्द, डूँगरपुर, बाँसवाडा,चित्तौडगढ, प्रतापगढ़ (कुल 6 जिले)3694298.26(14.32%)सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति।सर्वाधिक लिंगानुपात, दक्षिणी राज.।
6.बीकानेरबीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़(कुल 4 जिले)6470881.47(11.89%)सर्वाधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या % राज्य का उत्तरी संभाग।
7.भरतपुरभरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर(कुल 4 जिले)18122(5.3%)65.33(9.55%)न्यूनतम क्षेत्रफल, न्यूनतम लिंगानुपात।राज्य का पूर्वी संभाग।
वे जिले जिनकी सीमाएँ न तो किसी राज्य से मिली हुई है और न ही पाकिस्तान की सीमा से मिली हुई है- 8 जिले
1. नागौर, 2. अजमेर, 3. टोंक, 4. बूंदी, 5. राजसमंद, 6. पाली, 7. जोधपुर, 8. दौसा।
वह जिला जिसके सर्वाधिक पड़ौसी जिले हैं – पाली (8 – जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, उदयपुर, राजसमन्द, अजमेर, नागौर)।
ऐसे जिले जिनकी अन्तर्राष्ट्रीय व अन्तर्राज्यीय दोनों प्रकार की सीमाएँ हैं- 2 जिले, श्रीगंगानगर (पाकिस्तान-पंजाब), बाड़ेमर (पाकिस्तान-गुजरात)।
वे जिले जो भौगोलिक दृष्टि से दो भागों में बँटे हुए हैं – चित्तौड़गढ़, अजमेर।
अन्तर्राज्यीय सीमा पर स्थित कुल जिले – 23 जिले (श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुन्झुनूँ, सीकर, जयपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, सिरोही, जालोर, बाड़मेर)।
जिले -: आकार
दौसा -: धनुषाकार
सीकर -: प्यालेनुमा /अर्द्ध चन्द्राकार
भीलवाड़ा -: आयताकार
अजमेर -: त्रिभुजाकार
टाेंक -: पतंगाकार (राज की आकृति के समान)
चितौड़गढ़ -: घोड़ की नाल के समान
उदयपुर -: आस्ट्रेलिया महाद्वीप के समान ।
धौलपुर, करौली -: बतख के समान।
जैसलमेर -: अनियमित बहुभुजाकार 
जोधपुर -: मयूराकार
जिला : वर्तमान में राजस्थान में 33 जिले हैं। 1 नवम्बर, 1956 को पुनर्गठन के समय राजस्थान में जिलों की संख्या 26 थी। राजस्थान का 26वाँ जिला अजमेर था।
1. 15 अप्रैल, 1982 को धौलपुर (भरतपुर से) 27वाँ जिला बना।
2. 10 अपैल, 1991 को बारां (कोटा से) 28वाँ, दौसा (जयपुर से) 29वाँ, राजसमन्द (उदयपुर से) 30वाँ जिला बना। एक ही दिन बनने के कारण इन जिलों को अंग्रेजी वर्णक्रम के अनुसार क्रम दिया गया है।
3. 12 जुलाई, 1994 को हनुमानगढ़ (श्रीगंगानगर से) 31वाँ जिला बनाया गया,
4. 19 जुलाई, 1997 को करौली (सवाई माधोपुर से) 32वाँ जिला बनाया गया।
5. 26 जनवरी, 2008 को प्रतापगढ़ (चित्तौड़गढ़, उदयपुर व बाँसवाड़ा से) 33वाँ जिला बना।
–  प्रतापगढ़ में 5 तहसीले (छोटी सादड़ी, धरियाबाद, अरनोद, पीपलखूंट व प्रतापगढ़) है।

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